मेगास्थिनीज का भारत वर्णन
Magasthineej Ka Bharat Varnan
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- By : Ramchandra Shukla
- Subject : Writing of Magasthineej
- Category : History
- Edition : N/A
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- Binding : Hard Cover
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Keywords : India Traveling
पुस्तक का नाम – मेगास्थिनीज का भारत वर्णन
अनुवादक – रामचन्द्र शुल्क
कतिपय मान्यताओं के अनुसार सिकन्दर के सेनापति रहे “बैक्ट्रिया” व सीरिया के शासक सिल्यूकस द्वारा सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के राजदरबार में भेजे गए यूनानी राजदूत मेगास्थिनीज ने पाँच वर्ष तक मौर्य साम्राज्य में अपने निवास के दौरान जो कुछ देखा उसका वर्णन उसने Ta Indica नामक ग्रन्थ में लिखा था। अभाग्यवश यह पुस्तक अब प्राप्त नहीं है और केवल उसके अंश अन्य यूनानी व लेटिन ग्रन्थों में उद्धृत मिलते हैं। इन बिखरे ग्रन्थों के अंशों का डॉ. धानवक ने संकलन कर “मेगास्थिनीज इंडिका” नामक ग्रन्थ लिखा। यह ग्रन्थ ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। इस ग्रन्थ में भारत की तत्त्कालीन परिस्थिति, भारत की क्षेत्र सीमा, भारतीयों में जाति का विवरण एवं भारत पर विदेशी आक्रमण, भारत में दार्शनिक विचारधारा, भारतीय राजतंत्र एवं भारत के निवासियों की संस्कृति, वेशभूषा पर प्रकाश डाला गया है।
प्रस्तुत ग्रन्थ उसी “मेगास्थिनीज इंडिका” का हिन्दी अनुवाद है। यह अनुवाद रामचन्द्र जी शुल्क द्वारा 1905 में छापा गया था। इसके बाद यह अप्राप्य हो गया था किन्तु इसको प्रसिद्ध विद्वान व इतिहासकार काणोता के ठाकुर मोहन सिहं जी साहब के सौजन्य से उन्हीं के किले में स्थित जनरल अमरसिंह लायब्रेरी ट्रस्ट काणोता के पोथीखाने से प्राप्त कर छापा गया जो आपके समक्ष है।
यह पुस्तक हिन्दी भाषा में होने से इस पुस्तक के द्वारा हिन्दी भाषा के अध्येता जिज्ञासु भी सिकन्दर और चन्द्रगुप्त मौर्य के समय के भारत के स्वरूप और यूनानी यात्री मेगास्थनीज के यात्रा वृतान्त की रोचक जानकारियों को प्राप्त कर सकते हैं। यह ऐतिहासिक दस्तावेज अत्यन्त उपयोगी एवं संग्रहणीय है।
आशा है कि इस पुस्तक से जिज्ञासुओं और इतिहास विषय पर शोध कर रहे शोधार्थी अत्यन्त लाभान्वित होंगे।