पुस्तक का नाम – पंडित रामचन्द्र देहलवी व उनका वैदिक दर्शन
लेखक – प्रो. राजेन्द्र जिज्ञासु
तर्क शिरोमणि पंडित रामचन्द्र देहलवी जी पर यह जीवन चरित्र युवक–युवतियों में धर्मानुराग उत्पन्न कर देगा। इस सद्ग्रंथ के पठन-पाठन से आर्य-जाति की ठंडी रगों में गर्म रक्त का संचार होगा। आधुनिक भारतीय इतिहास की कई महत्वपूर्ण घटनाओं पर इस पुस्तक के माध्यम से प्रकाश डाला गया है। निष्पक्ष इतिहासकार आर्यसमाज के लिए इस ग्रन्थ को अमूल्य स्त्रोत मानेंगे।
आर्यसमाज के इतिहास की बहुत सी अनकही कहानियों पर इसमें प्रकाश डाला गया है। जिन पत्र-पत्रिकाओं व विज्ञापनों तक आर्य समाज की पहुँच नहीं थी, उनका सूक्ष्म अध्ययन करके यह ग्रन्थ रचा है। जब देहलवी जी कार्यक्षेत्र में उतरे उस समय से लेकर उनके निधन तक की पत्रिकाओं से लेकर उनके बारे में समाचारों, लेखों का लाभ उठाया ही गया हैं। पंडित जी के ७०-८० वर्ष पुराने लेखों और व्याख्यानों को खोज कर इसमें डाला गया है।
इस ग्रन्थ के लेखक को देहलवी जी को साक्षात सुनने और देखने का, उनसे प्रेरणा पाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। भोग-विलास के इस युग में देहलवी जी के तप, त्याग, सरलता व जीवन के प्रेरक प्रसंग को पढ़कर भावनाशील प्रबुद्ध पाठक झूम जाएगा। देश-प्रेमी जनता का जाति प्रेम कह उठेगा – “कह जननी कब जनेगी रामचन्द्र सा उहावान”
Pt. Ramchandra Dehalavi aur unka Vedic Darshan
पंडित रामचन्द्र देहलवी व उनका वैदिक दर्शन
Pt. Ramchandra Dehalavi aur unka Vedic Darshan
₹200.00
Author: Rajendra 'Jigyasu'
Category History (इतिहास)
puneet.trehan हिन्दी
Subject: About Death
Edition: NULL
Publishing Year: 2017
SKU #NULL
ISBN : NULL
Packing: NULL
Pages: 86
BindingPaperback
Dimensions: 17cm X 12cm
Weight: 60gm
Description
Additional information
Weight | 60 g |
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