महर्षि दयानन्द जी सरस्वती द्वारा लिखित सन्थ्योपासन और अग्निहोत्र विधि आर्यों (हिन्दुओं) के दैनिक उपासना तथा यज्ञ के विधि-ग्रन्थ हैं। इन ग्रन्थों की अनेक उत्तम व्याख्याएँ हिन्दी में उपलब्ध है, परन्तु साधारण योग्यता वाले उपासक भक्तों के लिए ये व्याख्याएँ कुछ कठिन रही हैं। ऐसे सत्संगीजनों को ध्यान में रखते हुए, यह संशोधित एवं परिष्कृत हिन्दी-अंग्रेजी संस्करण तैयार किया गया है।
सन्ध्या-हवन के मन्त्रों को तथा उनके क्रम को स्वामी दयानन्द सरस्वती के ग्रन्थ के अनुरूप तथा सार्वदेशिक आर्यप्रतिनिधि सभा, नई दिल्ली के निर्णयों के अनुकूल बनाने का यत्न किया गया है. जिससे संसार के प्रत्येक देश में एक समान पद्धति से ही सन्ध्या-हवन सम्पन्न हों।
सन्ध्या-हवन के अतिरिक्त अन्य अवसरों के लिए इसमें अन्य कई विधियाँ एवं प्रार्थनाएँ भी सम्मिलित की गई हैं। इस संस्करण में ईश्वर-भक्ति के अनेक भजन, वैदिक राष्ट्रीय प्रार्थना, भारत तथा अमेरीका के राष्ट्रीय गीत सम्मिलित किये जा रहे हैं। इससे सामान्य हिन्दू जनता को विशेष लाभ पहुँचेगा, ऐसी आशा है। इस पुस्तक में हिन्दी-संस्कृत के साथ उसी पृष्ठ के सामने अंग्रेजी अक्षरों में मन्त्र तथा उनके अंग्रेजी भाषा में अर्थ भी दिए गए हैं।
Reviews
There are no reviews yet.