आज का समाज एक आधुनिक समाज है। परन्तु स्त्रियों की दशा पर दृष्टि डालें तो बहुत सी विसंगतियाँ देखने को मिलती हैं। यह सही है कि, शहरों में लड़कियाँ लड़कों के ही समान शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। उनके कन्धे से कन्धा मिलाकर समान नौकरियाँ भी कर रही हैं, स्वावलम्बी हो रही हैं। परन्तु फिर भी एक लड़की को अभद्र टिप्पणियों, छेड़-छाड़ यहाँ तक कि बलात्कार का भी भय रहता है। जितना कहने के लिए है; वास्तविक चित्र उतना मनोहारी नहीं है। गाँवों और कस्बों में तो अभी भी बहुत सी लड़कियाँ शिक्षा के प्राथमिक स्तर को भी कठिनाई से प्राप्त कर पाती हैं। माँ-बाप को उनकी इज्जत के साथ ही विवाह में दहेज देने की चिन्ता सताती रहती है। लड़की कितनी भी समर्थ क्यों न हो हर तरह से प्रतिभाशालिनी हो तब भी विवाह में लडके के परिवार वाले स्वयं को श्रेष्ठ ही समझते हैं। और फिर आज की सर्वाधिक विकराल समस्या कन्या भ्रूण हत्या। ये एक ऐसी समस्या है, जो गर्भ में ही कन्या को समाप्त कर आज स्त्री जाति की अस्मिता पर ही एक विशाल प्रश्न चिन्ह लगाने वाली है। आज बालक और बालिकाओं के अनुपात में तेजी से गिरता अन्तर आने वाले समाज के असंतुलन को इंगित कर रहा है।
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Vedic Kaleen Vidushiyan – by Dr. Shiwani Mishra (डॉ. शिवानी मिश्रा )
वैदिक कालीन विदुषियाँ
Vedic Kaleen Vidushiyan – by Dr. Shiwani Mishra (डॉ. शिवानी मिश्रा )
₹300.00
Subject : ABout Vedic Women Scholars
Edition : 2019
Publishing Year : 2019
SKU # : 36831-AS00-0H
ISBN : 9788171106691
Packing : Hard Cover
Pages : 190
Dimensions : 14X22X6
Weight : 410
Binding : Hard Cover
Description
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